Wednesday 4 October 2017

शिव संकल्प   - यह संकल्प है  आकाश दीप   के   सितारे   देवेंद्र मित्तल का  जिन्होंने  अपनी  दृश्य   क्षमता के कम जोर होने  के बाद भी  अपने संकल्प का दीप  बुझने नहीं दिया   और  आज   उनका   यह संकल्प  आकाशदीप( NGO  )पर मशाल  बनकर चारो दिशाओ को प्रकाशित कर रहा है पिछले वर्ष   मुझे कक्षा  अध्यापिका और हिंदी  -iअध्यापिका  के रूप में सम्मान देने हेतु  आमंत्रित  किया तब मुझे देवेंद्र का पूरा जीवन वृत  जानने  का अवसर मिला   मुझे गर्व और  प्रसन्नता   हुई  कि जो अंकुर  अरोड़वंश कक्षा कक्ष  में बोया और सींचा  था  वो  वट वृक्ष  बनकर  दूसरो को   छाया और   आश्रय  दे रहा  है  देवेंद्र वस्तुत; शिव  ही है  जिसनेअपनी दृष्टि क्षमता की कमजोरी   का विष पान  करके  अमृत का दान  देने का   संकल्प लिया और उसने अपनी दिव्य दृष्टि और श्रवण  क्षमता के माध्यम से   दूसरो के लिए प्रेरणा की ध्वजा फहराई ! श्रवण  क्षमता के माध्यम से  देवेंद्र ने अपनी  शिक्षा  पूरी की |शिक्षा के प्रारम्भिक काल से लेकर उच्च शिक्षा तक  ८०% अंक  प्राप्त किये | देवेंद्र जब कक्षा ११ में थे तब ही व्यापार   के क्षेत्र में  जो कदम  रखा    वो आज तक  पीछे  नहीं हटा !   गणपति के नाम से  उनकी विभिन्न शाखाएँ  है ज देवेंद्र के  निर्देशन  में कार्य कर रही हैं देवेंद्र  समाज सेवा में भी रूचि रखते  है आशादीप देवेंद्र की निर्देशन में सफलता पूर्वक अपने लक्ष्य की और बढ़रहा है !आशादीप श्री गंगा नगर सहित पूरे राजस्थान की भूमि  को  हरीतिमा देने के लिए संकल्प बद्ध है देवेंद्र की रूचि  संगीत  कला  साहित्य   खेल में भी    है    २०११-12   में मैराथन  दौड़ में भाग  लेकर  सम्मानित हुए  देवेंद्र के ल लेख  iindia Today   राजस्थान पत्रिका  दैनिक भास्कर में निकल  चुके है देवेंद्र के आत्म विश्वास को शत  शत  नमन ! उनकी सफलता का श्रेय उनकी सह धर्मणि रितु को भी है  ! देवेंद्र और अधिक  उन्नत  शिखर की ऒर  बढ़े -इस आशीर्वाद  के साथ  --- आशा भटनागर

शिव संकल्प   - यह संकल्प है  आकाश दीप   के   सितारे   देवेंद्र मित्तल का  जिन्होंने  अपनी  दृश्य   क्षमता के कम जोर होने  के बाद भी  अपने संकल्प का दीप  बुझने नहीं दिया   और  आज   उनका   यह संकल्प  आकाशदीप( NGO  )पर मशाल  बनकर चारो दिशाओ को प्रकाशित कर रहा है पिछले वर्ष   मुझे कक्षा  अध्यापिका और हिंदी  -अध्यापिका  के रूप में सम्मान देने हेतु  आमंत्रित  किया तब मुझे देवेंद्र का पूरा जीवन वृत  जानने  का अवसर मिला   मुझे गर्व और  प्रसन्नता   हुई  कि जो अंकुर  अरोड़वंश कक्षा कक्ष  में बोया और सींचा  था  वो  वट वृक्ष  बनकर  दूसरो को   छाया और   आश्रय  दे रहा  है  देवेंद्र वस्तुत; शिव  ही है  जिसनेअपनी दृष्टि क्षमता की कमजोरी   का विष पान  करके  अमृत का दान  देने का   संकल्प लिया और उसने अपनी दिव्य दृष्टि और श्रवण  क्षमता के माध्यम से   दूसरो के लिए प्रेरणा की ध्वजा फहराई ! श्रवण  क्षमता के माध्यम से  देवेंद्र ने अपनी  शिक्षा  पूरी की |शिक्षा के प्रारम्भिक काल से लेकर उच्च शिक्षा तक  ८०% अंक  प्राप्त किये | देवेंद्र जब कक्षा ११ में थे तब ही व्यापार   के क्षेत्र में  जो कदम  रखा    वो आज तक  पीछे  नहीं हटा !   गणपति के नाम से  उनकी विभिन्न शाखाएँ  है      जो  देवेंद्र के  निर्देशन  में कार्य कर रही हैं देवेंद्र  समाज सेवा में भी रूचि रखते  है आशादीप देवेंद्र की निर्देशन में सफलता पूर्वक अपने लक्ष्य की और बढ़रहा है !आशादीप श्री गंगा नगर सहित पूरे राजस्थान की भूमि  को  हरीतिमा देने के लिए संकल्प बद्ध है देवेंद्र की रूचि  संगीत  कला  साहित्य   खेल में भी    है    २०११-12   में मैराथन  दौड़ में भाग  लेकर  सम्मानित हुए  देवेंद्र के  लेख  india Today   राजस्थान पत्रिका  दैनिक भास्कर में निकल  चुके है देवेंद्र के आत्म विश्वास को शत  शत  नमन ! उनकी सफलता का श्रेय उनकी सह धर्मणि रितु को भी है  ! देवेंद्र और अधिक  उन्नत  शिखर की ऒर  बढ़े -इस आशीर्वाद  के साथ  --- आशा भटनागर


                       
                 
                       
                   

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